हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक लंड पर उसका सारा बोझ

मेरा नाम राहुल हे ये जो स्टोरी में आप को बताने जा रहा हु ये मेरी हे के जिस में मने किस तरह अपनी सेक्स लाइफ को आगे बढ़ाया और मजे किये. मेरी उम्र २६ साल हे और पुणे में रहता हु. में एक IT कंपनी में जॉब करता हु. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर। अपनी डिग्री ख़तम करने के बाद में पुणे में आया जॉब सर्च करने के लिए और तब से मेरी दूसरी जिंदगी सुरु हुई. कॉलेज के दिनों में मै काफी शर्मीला किसम का इंसान था और इसी वजह से कॉलेज मै मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी. ीचा था तो बहोत थी के मेरी भी कोई गर्लफ्रेंड हो जिसके साथ मै अपने दिल के छुपे हुए अरमान पुरे कर सकू लेकिन मेरी शरमाने की आदत की वजह से ना तो मेरी कोई गर्लफ्रेंड बनी ना मेरे अरमान पुरे हुए. और इसी बात से मुझे अपने आप पे बहोत गुस्सा भी आता था. लेकिन जैसे ही मै अपना शेहेर छोड़ के पुणे आया तो मेने भी अपने आप से वादाकिया के आज से मै भी शरम भूल के अपनी अयाश जिंदगी जियूँगा.

मेरी कॉलेज के अच्छे स्कोर से मुझे जॉब भी एक अच्छी कंपनी मै मिली जिसमे मुझे तगड़ी तन्खा मिल रही थी. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर। मेने वही कुछ दुरी पर एक अच्छी सोसाइटी मै फ्लैट भी किराये पर ले लिया. ६ ७ महीने ऐसे ही बीत गए लेकिन अभी तक मेरी वही जिंदगी चल रही थी. रोज सुबह १० बजे ऑफिस फिर शाम को ७ बजे घर उसके बाद कोई मूवी देख लो या दोस्तों के साथ घूम कर वापस सो जाओ. पर मुझे नहीं पता था के ऐसी ही बोरिंग जिंदगी से एक दिन मुझे मेरी वो जिंदगी मिलने वाली थी जिसके लिए मै आज तक तरस रहा था.

बात ऐसे ही एक शनिवार की है, मेरी ऑफिस को छुट्टी होने के कारण मै आराम से उठा था और ११ बजे तक तैयार हो के मूवी देखने बैठा था. वैसे मै अपने बारे मै एक बताना भूल गया, मुझे पहले से ही पोर्न मूवीज सेक्स स्टोरीज बहोत पसंद है या आप ये कह सकते हे के ये एक मेरी हॉबी हे जिसके बिना मै रह नहीं सकता. जब तक मै दिन मै एक तो पोर्न मूवी या कुछ स्टोरी या ऐसी लोई भी इरोटिक चीज़ ना देख लू मुझे मेरा दिन पूरा हुआ नहीं लगता. तो मै वही छुट्टी की वजह से आज पूरा दिन पोर्न देखने का सोच के ११ बजे अपना लैपटॉप खोल के बेथ गया जैसे ही कुछ देर हुई मेरे एक फ्रेंड अमर का फ़ोन आया, और हम सब दोस्तोने शाम को ७ बजे बाहर चलने का प्लान बना लिया.

दिन बीत गया शाम को सब लोग मेरे फ्लैट पे आ गए मै भी तैयार हो गया था और फिर मेने अपनी कार निकल कर ऐसे ही शहर के रास्तो पे चल पड़े. हम सब जब भी एक साथ ऐसे निकलते थे तो कोई भी जाती आती लड़की हमारी नजरो से बच नहीं सकती थी हम उसे पूरा स्कैन करके छोड़ते थे बस ऐसी तरह हमारा घूमना होता था. ऐसे ही कुछ देर घूमने के बाद तक़रीब ९ बजे हमने कोई रेस्टोरेंट पे जाने का सोच लिया और शहर से थोड़ी दुरी पर एक रेस्टोरेंट चले गए. जहा डांस दारु लड़किया अय्याशी सब होता था. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर।

हमने एक टेबल ले ली और बैठ गए. वहा बहोत से लड़के लड़किया आये हुए थे. कुछ देर हम ऐसे ही आज दिखी लड़कियों के बारे मै बाते कर रहे थे के तभी मेरी नजर हमसे कुछ दूर पर एक टेबल पे पड़ी जहा २ लड़किया और एक लड़का बैठा था. दोनों लड़किया भी कमाल की लग रही थी. मेने थोड़ा और अच्छे से देखने के बाद मेरे दिमाग की घंटी बज गयी, क्यों के उन दोनों मै से एक वो लड़की थी जो मेरे स्कूल मै पढ़ती थी. मै उसे देख ही रहा था के उसकी नजर भी मुज़पर पड़ गयी और उसके चेहरे से ऐसे लगा के शायद उसे भी कुछ पहचान लगी हो.

दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर। कुछ देर ऐसे ही हमारी एक दो बार और नजर मिल गयी क्युकी मै उसे ही देखे जा रहा था. तब वो उठ के मेरे पास आ गयी और मै कुछ बोलू उस से पहले ही वो बोल गयी क्या तुम्हारा नाम राहुल है और उसके ये शब्द सुनते ही जैसे तो मै हवा मै उड़ रहा था और मेने हां मै सर हिला दिया तो वो बोली अरे मुझे पहचाना क्या? हां पहचान तो लिया तो बताओ मेरा नाम मै दो मिनट सोच मै पड़ गया और तभी वो बोल पड़ी “रीता” और तब से हमारी दोस्ती सुरु हो गई. कुछ दिन ऐसे बीत गए धीरे धीरे बात करते करते हम एक दूसरे से अटैच होने लगे.

मै आप को रीता के बारे मै बता दू. उसकी ऐज भी मेरे जितनी ही थी पूरा गोरा बदन हाइट ५.५ उसकी फिगर ३६ 26 ३४ मतलब अगर कोई उसके बूब्स देख ले तो वही मुँह मै पानी आ जाये जब वो चलती थी तो अपनी गांड को ऐसे हिलाती थी के देखने वाले का मन करे जा कर पकड़ लू. उसके होठ बहोत पतले थे गुलाबी रंग के, होठो के निचे एक छोटा सा काला तिल जो उसके प्यारे से चेहरे को और प्यारा बनता. वो अभी पुणे अपनी एम् बी ए कर रही थी और अपनी फ्रेंड्स के साथ शेयरिंग बेसिस पे रहती थी.

अभी कुछ महीनो पहले ही उसका ब्रेकअप हो गया था जो मुझे उससे बात करते वक़्त पता चला और वो अभी सिंगल थी मतलब मेरे लिए रास्ता साफ़ था. एक ऐसे ही छुट्टी के दिन उसका फ़ोन आया और उस वक़्त मै हमेशा की तरह अपने लैपटॉप पे पोर्न ही देख रहा था, कुछ इधर उधर की बात होने के बाद मेने उसको आज का प्लान पूछा तो वो बोली कुछ ख़ास नहीं बस रूम मै तो अपने मै बोर ही हो रही हु. ऐसे सुनते ही मेने उसको अपने फ्लैट बुला लिया, वो भी जल्दी से मान गयी और फ़ोन रख दिया. मै उठा और तैयार हो गया आज इतने सालो बाद कोई लड़की मेरे फ्लैट पे आ रही थी.

दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर। दोपहर के १२ बज रहे थे और मेरे दरवाजे की घंटी बज गयी, मेने जैसे ही दरवाजा खोला मै २ मिनट वही दरवाजे के बिच मै खड़ा देखता रहा. रीता एक ब्लैक कलर का डीप नेक स्लीवलेस टॉप और नीचे एक ब्लू रंग की मिनी शॉर्ट्स पहने खड़ी थी. उस टॉप मै उस के ब्रा की लाइनिंग भी साफ़ दिखाई दे रही थी, उसका स्लीवलेस टॉप उसके गोरे हाथो को और खूबसूरत बना रहा था उसका टॉप जितना ऊपर से डीप था उतना ही उसके बूब्स पर कस के सेट हुआ था जिससे उसके बूब्स के नीचे से उसके पेट तक पूरा चिपक गया था. उसके नीचे वो शॉर्ट्स जो उसके पेरो को धक् कमऔर दिखा ज्यादा रही थी. उसके पैर भी उसके हाथो की तरह ही गोरे.

मै ऐसे देख ही रहा था अचानक मेरे कानो मै आवाज गुंजी घूर क्या रहे हो, अंदर भी आने डोज या जाऊ यही से और मै संभलते हुए अपनी नजरे बचाकर हसते हुए उसे अंदर बुला लिया. हम दोनों लिविंग रूम मै बैठ गए वो सोफे पर बैठ गयी और मै उसी के आगे एक चेयर पे बैठ गया और हम बाते करने लगे. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर। बात करते हुए मै उसकी खूबसूरती को बारीकी से देख रहा था, जब वो हसती थी तो उसके वो पतले से होठ और उसके होठो के निचे वाला तिल और ज्यादा अच्छा लगता था, हम बात कर रहे थे कुछ देर ऐसे ही बैठने के बाद हमे भूख लगने लगी तो हमने एक पिज़्ज़ा आर्डर कर दिया.

जब पिज़्ज़ा आया तो मेने वही सोफे के पास वाली टेबल पे रख दिया. तभी वो बोल पड़ी इधर आके बैठ जाओ न वहा से कैसे खाओगे. और मे झट से अपनी चेयर से उठ के उसके साइड मे सोफे पर जा के बैठ गया. उसके इतने साइड मे बैठने से उसके बदन की धीमी धीमी खुशबु आने लगी जो मुझे और उसके पास खिंच रहि थी. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर। मे पिज़्ज़ा का पैक खोल ही रहा था तो उसने अचानक अपने दोनों हाथ ऊपर उठा दिए और सर के पीछे ले जा कर अपने खुले हुए बालो को गोल करके अपने सर के पीछे बांधने लगी. जैसे ही उसने हाथ ऊपर उठा दिए मेरे तो होश ही उड़ गए उसके ३६ साइज के बूब्स और बाहर की तरफ हो गए ऐसा लग रहा था जैसे बोल रहे हो आ कर पकड़लो हमे अपने हाथो मै और दबा दो जोर से. उसकी गोरी गोरी बाहे एकदम चिकनी थी.

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उसे इस तरह देख के मेरी तो हालत ख़राब होने लगी मेरे लंड मे तनाव आने लगा और वो मेरी जींस के अंदर जोर देने लगा. वो जब आगे झुक कर पिज़्ज़ा ले रही थी तो उसकी डीप नेक टॉप ने अपना कमाल दिखा दिया और उसके गोरे गोरे बूब्स के बिच की वो गहराईयों मे में पूरी तरह से डूब गया. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर। उसने अंदर एक पिंक कलर की ब्रा पहनी हुई थी जिसकी झलक मुझे उसके आगे झुकने के बाद दिख जाती थी. में भी उसे अब चोर नजरो से जब भी मौका मिलता देखे जा रहा था. मुझे और अब कुछ भी ध्यान नहीं रहा.

एक तो आज तक में कभी किसी लड़की के इतने पास नहीं गया था वो भी ऐसी लड़की जो दिखने में ऐसी माल हो जो किसी का भी लंड खड़ा कर दे ऊपर से उसके ऐसे जलवे और सबसे बड़ी बात तो ये थी के उसके आने से कुछ ही देर पहले में अपने लैपटॉप में पोर्न देख कर बहोत एक्साइट भी हुआ था ये सारी बातो का नतीजा ये हुआ के मेरा लंड अपनी पूरी ताकद लगा के मेरे जींस को फाड़के बाहर आने को मचल रहा था और तम्बू बनाये खड़ा था. जिसे वो भी अपनी चोर नजरो से देख रही थी. और जैसे ही मेरा लंड पुरे जोश में खड़ा हो कर तम्बू बन गया उसके चेहरे पे शरम दिखाई देने लगी. उसका चेहरा लाल होने लगा और वो बोलना बंद करके बस मेरे लंड को देख के फिर मेरी तरफ देख के हस रही थी.

उसके इतने पास से उसका वो खूबसूरत सा चेहरा उसके ऊपर उसके पतले पतले होठ शरम से लाल हुए उसके वो गाल देख के मुज़से रहा नहीं गया और मेने उसका हाथ पकड़ के उसे अपनी तरफ खिंच लिया. जैसे ही मेने उसे खिंचा उसे कुछ समज आने से पहले ही वो गिर के सीधे मेरे सीने से चिपक गयी और उसके बूब्स मेरे सीने से सट गए. उसकी साँसे गरम होने लगी जो मुझे मेरे गले पर महसूस हो रही थी उसके बूब्स जोर जोर से ऊपर निचे होने लगे जो मेरे सीने से और घिस रहे थे उसका एक हाथ मेने अपने हाथ में पकड़ रखा था और दूसरी हाथ मेने उसकी पीठ पर रख दिया ताकि में उसे और अपने ऊपर दबा सकू. इतना होते ही वो मुज़से अपने आप को थोड़ा सा छुड़ाते हुए अपने सर को मेरे गले से थोड़ा सा दूर करके मेरी आँखों में देखने लगी लेकिन कुछ नहीं बोली बस मेरी आँखों में देखे जा रही थी, उसके ऐसे देखने से मुझे और ज्यादा जोश चढ़ गया और मेने अपना जो हाथ उसके पीठ पर रखा था उसे थोड़ा ऊपर ले जा कर उसके बालो में डाल दिया और अपने हाथ में उसके वो रेशमी बाल पकड़ के थोड़ा सा खिंच दिए, जिससे से उसको हल्का सा दर्द हुआ और उसका चेहरा और ऊपर की तरफ उठ गया उसके दर्द से उसके होठो से हलकी से आह निकल गई जिससे उसके होठ भी खुल गए और ठीक मेरे होठो के सामने आ गए.

ऐसे उसके खुले हुए होठ देख कर मेने उनपर अपने होंठ रख दिए और उन्हें चूमने लगा. अब में सोफे पर थोड़ा सा पीछे की तरफ झुक गया था जिससे वो थोड़ी सी मेरे ऊपर आ गयी थी और अपने एक हाथ से उसके हाथ पकडे दूसरे हाथ से उसके बाल सहलाते हुए में उसके होंठ चूसे जा रहा था. वो भी अब धीरे धीरे अपने होंठ खोल के मुझे किस कर रही थी और में उसके होंठो का वो सारा रस पिए जा रहा था. कुछ देर ऐसे ही उसे चूमते हुए मेने जिस हाथ से उसका हाथ पकड़ रखा था वो छोड़ के उसके बूब्स पर रख दिया और उसे अपने हाथ में लेके दबाने लगा. उसके ३६ के बूब्स पूरी तरह से मेरे हाथ में भी नहीं आ रहे थे पर वो बहोत सॉफ्ट थे ऐसे लग रहा था जैसे कोई मखमल का गोला में हाथ में लेके दबा रहा हु.

धीरे धीरे उसकी साँसे तेज होने लगी लेकिन में फिर भी उसे किस करना रोक नहीं रहा था मुझे उसके होंठो को चूसने में बहोत अच्छा लग रहा था उसके होंठो से निकलता हुआ उसका मीठा रस में बस पिए जा रहा था और अपने अब दोनों हाथो से उसके दोनों बूब्स पर रख के मसलते जा रहा था. अब में पूरा सोफे पर लेट गया था और मेरे ऊपर वो आ गयी थी. में पुरे जोश में उसके बूब्स को दबाये जा रहा था जिससे उसको थोड़ा दर्द भी हो रहा था लेकिन उसके होंठ मेरे होंठो पर होने की वजह से उसका सारा दर्द सिर्फ उसकी उम्म्म उम्म्म उम्म्म उम्म्म की आवाज में बाहर आ रहा था.

मेने अपने दोनों हाथ उसकी कमर पे ले जा कर उसका टॉप अब निकालने लगा जिसे वो भी समज गयी और थोड़ा सा मुज़से ऊपर की तरफ हो गयी और मेरी कमर पे बैठ गयी. अब में निचे सोफे पर लेटा हुआ था और वो अपने दोनों पैर मेरे दोनों पैरो के साइड से रख के ठीक मेरे लंड के ऊपर बैठ गयी थी जिससे मेरे लंड पर उसका सारा बोझ आ रहा था और वो और ज्यादा तन रहा था. ऐसे ऊपर बैठ के उसने वापस अपने दोनों हाथ ऊपर उठा दिए और अपने गले से टॉप निकल दिया. जैसे ही उसने अपना टॉप निकल दिया उसके पीछे बांधे हुए बाल भी खुल गए और उसकी पीठ पर गिर गए. उसकी वो पिंक कलर की ब्रा में उसके ३६ के बूब्स ऐसे लग रहे थे जैसे उस ब्रा को जरा सा खींचू तो वो पूरी फट जाए. क्या लग रही थी वो उसका गोरा पेट गोरे बूब्स और उन्हें ढकने की वो नाकाम कोशिश करती हुई उसकी पिंक कलर की ब्रा. ये नजारा देखते ही मेरे हाथ अपने आप ऊपर उठ गए और उसकी ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स को अपनी हाथो में भर लिया और उन्हें और मसलने लगा. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर।

उसकी ब्रा के अंदर उसके निप्पल्स भी कड़े हो गए थे ऐसे कुछ देर तक उसके बूब्स दबाने के बाद वो खुद वापस मेरे ऊपर गिर गयी और पागलो की तरह मेरे होंठो को चूसने लगी में भी पुरे जोश में उसके होंठो को काटने लगा. और जैसे ही वो मेरे ऊपर आई मेने उसकी ब्रा निचे खिंच दी और उसके बूब्स उसकी ब्रा से आज़ाद कर दिए. जैसे ही मेने उसके बूब्स को हांथो में पकड़ लिया उसे कस कर दबा दिया और उसके निप्पल्स को ऊँगली में पकड़ के खिंच दिया जिससे रीता ने मुझे किस करना छोड़ दिया और उसके मुँह से जोर से आआआअह्ह्ह्हह निकल गयी. मेने उसे और जोर से ऐसे ही दबाना सुरु रखा और वो आअह्हह्ह्ह्हह आआअह्ह्ह्ह आआआअह्हह्ह्ह्ह आआआअह्ह्ह्ह करती रही.

उसे मेने और थोड़ा अपने ऊपर सरका दिया जिससे उसके खुले हुए बूब्स अब सीधा मेरे मुँह के पास आ गए और में उसके वो बड़े बड़े लटकते हुए बूब्स को निचे से अपना मुँह खोल के चूसने लग गया. उसके निप्पल्स को अपने होंठो में लेके चूस रहा था उसके निप्पल्स बहोत कड़क और बड़े हो गए थे जिसे चूसने में और भी ज्यादा मजा आ रहा था. उसके निप्पल्स एकदम गुलाबी थे जिसे में खिंच खिंच के लाल कर रहा था, वो जोर जोर से चिल्लाने लगी आआह्ह्ह्ह राहुल आआआअह्हह्ह्ह्हह, अपने बूब्स को मेरे मुँह के ऊपर और दबाते हुए मेरे बालो में उंगलिया डालने लगी जैसे कह रही हो खा जाओ इन्हे. और में भी पुरे जोश में उन्हें दोनों हांथो से दबाये जा रहा था और साथ में उसके निप्पल्स काटे जा रहा था.

उसके बूब्स अब पुरे लाल हो गए थे. कुछ देर ऐसे ही उसके ऐसे बूब्स चूसने के बाद वो भी पुरे जोश में आ गयी और मेरे हाथ पकड़ने लगी. मेरे हाथ पकड़ के उसने मेरा टी शर्ट उतार दिया और मेरे सीने को चूमने लगी, मेरे सीने को चूमते चूमते वो मेरे जींस के बटन खोलने लगी और खुद अब मेरे पैरो के बिच में आ कर बैठ गयी. जैसे ही उसने मेरी जींस नीचे सरका दी मेरा इतनी देर से जींस के अंदर दब रहा लंड तन के ठीक उसके मुँह के सामने आ गया और उसके होंठो पे एक कामुक सी हसी आ गयी. मेरा ८ इंच लम्बा और ३ इंच मोटा लंड देख के वो मेरी तरफ देखने लगी.

ऐसे मेरे पैरो के बिच में बैठी मेरे लंड की आड़ में से मेरी आँखों में देख रही ऐसी माल लड़की को देख के मेरा लंड और झटके मारने लगा और मेने उसके एक हाथ से बाल पकड़ के अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया, उसने भी बड़ी नजाकत से अपने मुँह में लेने लगी. उसके मुँह में लेते ही में तो जैसे जन्नत में था उसके ऐसे पतले पतले होठ जब मेरी लंड के साइड से घिसते हुए निचे तक जाते और फिर उसे बाहर निकलते हुए पूरा लंड गिला करते हुए ऊपर तक आते तो बड़ा मजा आ रहा था. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर। में उसकी हर एक अदा को बड़ी बारीकी से महसूस कर रहा था, उसका मेरे लंड के चारो तरफ से चाटना, मेरे लंड के सिर्फ ऊपर के हिस्से को मुँह में ले कर किसी लॉलीपॉप की तरह चूसना, मेरे लंड पर अपनी जीभ से ऊपर से निचे तक चाटना.

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उसके ऐसे चाटने से मेरा लंड और भी ज्यादा सख्त हो गया. और में ऊपर की तरफ उठ कर उसे वापस अपने ऊपर खिंच लिया और उसके गीले होंठो को चूसने लगा. चूसते चूसते मेने उसे निचे लिटा दिया और खुद उसके ऊपर चढ़ गया और उसके बूब्स को मुँह में भर दिया. उसके दोनों बूब्स को जोरसे मसल दिया उसको वापस दर्द हुआ और वो इस बार जोर से चिल्लाई आआअह्ह्ह्हह आआअह्ह्ह्हह और मेने उसे नजर अंदाज करते हुए उसके बूब्स को चूसना सुरु रखा और अपना एक हाथ उसकी छोटी सी शॉर्ट के बटन खोलने निचे ले गया. अब में उसके पैरो के बिच आ गया और उसकी शॉर्ट के बटन खोल के उसके पैरो से उसे आज़ाद कर दिया, जैसे ही मेने शॉर्ट निचे की उसकी उसी पिंक कलर की पैंटी मेरे सामने आई.

उसके दूध जैसे गोरे पैर और उसके पुरे नंगे बदन पे उसकी छोटी सी छूट को ढकती हुई उसकी वो छोटी सी पिंक पैंटी. उसके पैरो के बच बैठ के में उसके पैर घुटनो से चाटने लग गया. उसके वो दूध से गोरे पैर चाटने से मुझे और भी ज्यादा नशा चढ़ गया और ऐसे चाटते हुए में उस की जांघो को चाटने लगा. रीता मेरे ऐसे चाटने से पागल हुए जा रही थी और अपने बूब्स को अपने हाथों में पकड़ी हुई जोरो से दबाये जा रही थी और उसके मुँह से बिना रुके आहे निकली जा रही थी, आअह्ह्ह्ह राहूउल्ल उउउउउम्मम्मम आआह्ह्ह्ह. उसकी जंघे चाटते हुए में उसकी पैंटी के पास आ गया उसकी पैंटी से बहोत मादक सी खुशबु आ रही थी, उसकी पैंटी के पास जा कर धीरे से मेने उसकी पैंटी पाए अपने होंठ रख दिए और रीता के मुँह से आआआहहहहह निकल गयी. उसने अपने हाथ मेरे बालों में डाल दिए और अपनी पैंटी के ऊपर मेरा मुँह दबाने लगी. मेने धीरे से उसकी पैंटी अपने दाँतों में पकड़ के निचे सरका दी जिसे देख के वो उठ गयी और मेरे होंठो पर किस करने लगी.

मेने उसे वापस लिटा कर उसकी चुत को अब अपने पुरे मुँह में भर दिया और जोर जोर से चाटने लगा. उसकी वो गीली चुत और चाट के गीली होने लगी; मेने उसके दोनों पैर अब पुरे फैला दिए जिससे उसकी चुत मेरे मुँह के सामने पूरी खुल गयी थी. रीता की चुत एकदम कसी हुई थी और बहोत ज्यादा गीली हो रही थी ऐसे लग रहा था जैसे किसी घी के डिब्बे से घी लगातार बह रहा हो. ने भी उसके चुत की फांको को फैला कर चाट रहा था जिससे से मेरी जबान से उसका क्लिटोरिस बहोत रगड़ रहा था और वो मेरे बाल खींचते हुए पागलों की तरह आहें भर रही थी आआह्ह्ह्ह उउउउम्मम्म उउउउउम्म्म ऊऊह्ह्ह राहुलल ऑरररर चुसस्सूऊओ आअऊऊररर उम्मम्मह्ह्ह्ह वो अब जोर से मेरे बाल खिंच रही थी और अपने दोनों पैरो में मेरे सर को दबाये जा रही थी में समज गया की रीता की चुत अब पानी छोड़ने वाली है मेने उसे और जोरसे चाटना सुरु किया अपनी पूरी जबान उसकी फांकों के बिच से रगड़ना सुरु कर दी और उसने मेरे बाल जोर से खिंच दिए और मेरा मुँह जोरों से अपने पैरो से दबा दिया और अपनी कमर ऊपर निचे करते हुए मेरे पुरे चेहरे पर अपनी चुत को रगड़ने लगी.

उसके मुँह से आआह्ह्ह्हह्ह्ह्हह निकल गयी और मेरा पूरा चेहरा उसके रस से भर गया. वो कुछ देर ऐसी ही लेती रही उसके पैर अब ढीले पड़ गए और में उसकी पूरी चुत का पानी चाट के साफ़ कर रहा था जिसे वो लेटी लेटी देख के एक प्यारी सी स्माइल कर रही थी. मेरे उसकी पूरी चुत चाटने के बाद वो उपाद उठ गयी और मेरे पुरे चेहरे को अपने होंठों से चूमने लगी जैसे उसकी चुत का पानी भी वो चाट रही हो. ऐसे चाटते हुए वो बोली आज तुमने मेरी चुत चाट के मुझे वो मजा दिया जो आज तक मेरा पहले वाला बॉयफ्रेंड भी कभी नहीं दे पाया और वो फिर मुझे चूमने लगी. मेने उसे चूमते चूमते अपना एक हाथ उसकी कमर में डाल दिया और दूसरा उसके पैरो में और उसे अपनी गोद में उठा के अपने बैडरूम ले जाने लगा. बैडरूम में आते ही मेने उसे अपने बीएड पर पटक दिया जिससे उसे पता चल गया की अब उसकी चुत का क्या हाल होने वाला है. और ये सोचते हुए ही उसने अपने पैर फैला दिए और बीएड पर लेट गयी. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर।

लेकिन जैसे उसने सोचा था वैसा नहीं हुआ. मेने उसके दोनों पैर वापस पकड़ के उसे बेड से निचे खिंच दिया और उसे कुछ समज आये उससे पहले उसे बेड की एक साइड में लगा कर घुटनो पर बिठा दिया और उसके सामने अपना खड़ा लंड लिए खड़ा रहा. वो वापस मेरे लंड को अपने नाजुक से हाथ में पकड़ के धीरे से मुँह में डालके चूसने लगी लेकिन मेने उसके सर के पीछे पकड़ के जोर से उसके बाल खिंच दिए जिससे उसका मुँह पूरा खुल गया और मेरा लंड उसके मुँह से थोड़ा सा बाहर आया, और वो ऊपर देखते हुए मेरे लंड को थोड़ा सा मुँह में लिए मेरी आँखों में देख रही थी, उसका वो मेरे लंड के निचे प्यारा सा चेहरा देख के मेने वापस उसके और बाल खींचे और जोर से अपना लंड उसके मुँह के अंदर डाल दिया जिसे अब तक सिर्फ वो आधा ही लेके चूसे जा रही थी. मेरा पूरा लंड अचानकउसके मुँह में जाने के बाद रीता के मुँह से आवाज निकलना बंद हो गई और वो सिर्फ उम्म्म उम्म्म उम्म्म उम्म्मउम्म्म उम्म्मउम्म्म उम्म्मउम्म्म उम्म्म कर रही थी.

उसकी आँखों से आंसू निकल आये उसके गाल लाल होने लगे और उसका ये हाल देख के में और ज्यादा कामुक होने लगा और उसके मुँह को और जोर से छोड़ने लगा. मेरा लंड उसके गले के अंदर तक डाल देता जिसे जाते ही उम्म्म उम्म्मउम्म्म उम्म्म की आवाज के साथ वो मेरे पैरो पर हाथ से मारने लगती. अब मेने उसके चेहरे को और थोड़ा पीछे दबा दिया जिससे उसका सर पीछे बेड से जा के सट गया और में आगे से उसके मुँह में जोर जोर से लंड डालने लगा जिससे मेरा लंड सीधा उसके गले तक जाने लगा और उसकी आँखों से आंसू बहने लगे उसकी नाक पूरी लाल हो गई उसकी उसके मुँह से थूंक निकल कर मेरे लंड को गिला करते हुए निचे उसके बूब्स पर गिरने लगी. वो मेरे पैरो पर मरती रही और उम्म्म उम्म्मउम्म्म उम्म्मउम्म्म उम्म्मउम्म्म उम्म्म किये जा रही थी. कुछ देर बाद मेने अपना लंड उसके मुँह से बाहर निकल दिया, जैसे ही मेने बाहर निकला उसे जोर जोर से खांसी होने लगी और उसे उलटी जैसा फील होने लगा. मेरा लंड उसकी थूक से पूरा सन गया था उसके बूब्स पर भी मेरे लंड से निचे गिरा थूक जा के पुरे बूब्स गीले हुए थे . दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर।

मेने उसे धीरे से ऊपर उठाया वो अब थोड़ी नाराज लग रही थी लेकिन मेने उसे प्यार से बालो में हाथ डाल के उसके होंठों पे किस कर दिया उसके थूक से सने हुए उसके होंठों को चूसने में बड़ा अच्छा लग रहा था. और ऐसे ही उसे उठा के बेड पे रख दिया और उसके ऊपर चढ़ के धीरे धीरे उसे चूमने लगा. उसके पुरे गले बूब्स को होंठों को उसके बदन पे गिरे उसके थूक को पूरा चाट रहा था. उसको इसमें काफी मजा आने लगा और वो वापस मेरे बालों में उंगलिया डालने लगी. में धीरे से उसके ऊपर चढ़ गया और उसके पैर फैला दिए जिससे उसकी चुत पर मेरा लंड सट गया. रीता के होंठ चूमते हुए में अपना लंड धीरे धीरे उसकी चुत में डालने लगा, वो निचे से झटपटा रही थी लेकिन मेने अपने हाथों से उसे कस के पकड़ लिया और एक जोर से झटका मार दिया जिससे मेरा आधे से ज्यादा लंड उसकी थूक से गिला होने की वजह से एक साथ उसकी चुत में घुस गया वो जोर से चिल्ला उठी ररराहूउल आआआह्ह्ह्हह्हआआआह्ह्ह्हह्हआआआह्ह्ह्हह्हआआह्ह्ह्हह्ह मेने और एक झटका लगाया और पूरा ८ इंच लम्बा ३ इंच मोटा लंड उसकी चुत की दीवारों से घिसता हुआ अंदर गया. उसे निचे पकड़ के में जोर जोर से धक्के लगाने लगा. वो चिल्ला रही थी आआआह्ह्ह्हह्ह आआआह्ह्ह्हह्ह रायःहूललल धीरे डालो और में उसे और जोर से छोड़ रहा था. उसकी कमर में हाथ डाल के में उसे जोर जोर से खिंच के चोद रहा था और वो चिल्लाये जा रही थी आआआह्ह्ह्हह्ह आआआह्ह्ह्हह्ह आआआह्ह्ह्हह्ह आआआह्ह्ह्हह्ह उसके बूब्स जोर जोर से हिल रहे थे जिन्हे देख कर मेरा और उसे छोड़ने का मन कर रहा था.

READ SEX STORY  Hindi sex story padhte hue pakda gaya.

अपने हाथो में उसके बूब्स को जोर से मसलते हुए में उसकी चुत छोड़ने लग गया . अब उसे भी इस दर्द में मजा आने लग गया वो भी अपनी कमर उठा उठा के अपनी चुत हिलाने लग गई. उसकी गुलाबी चुत अब धीरे धीरे लाल होने लग गयी और में उसके निप्पल्स को मुँह में लिए उसे छोड़ने लग गया. उसके ऊपर लेट के उसके वो कड़े निप्पल्स मुँह में लेने से उसे और मजा आने लगा वो बोले जा रही थी चोदो राहुल और चोदो मुझे आज छोड़ना नहीं जब तक मेरी चुत न फट जाये आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह उउउउम्मम्मम ररराह्ह्हुउउल्ल इतने सालो में तुम्हारे जैसा लंड मिला है आज फाड़ दो मेरी चुत को आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह में आज से तुम्हारी हु राहुल चोदो मुझे चोदो आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह और जोर से. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर।

आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह तुम्हारा लंड मेरी बच्चेदानी को छू रहा है आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह चोदो आआह्ह्ह्हह्ह में उसकी ऐसी बाटे सुनके और जोरसे छोड़ने लगा मैं – बोल आज तक कितनो से चुदवाया है साली रीता – एक ही बॉयफ्रेंड था बस उसी से . लेकिन आज के बाद बस तुज़से तुझे जितनी बेरहमी से चोदना है चोद आज से में तेरी हु रहहुउल्ल आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह चोद और चोद मैं- छुड़ेगी तू सिर्फ मुज़से ही आज ऐसे तेरी चुत फाड़ता हु के आज के बाद ये लंड छोड़के कोई लंड लेने का नाम नहीं लेगी ।

रीता- हां चोद फाड़ दे सिर्फ तेरा ही लुंगी चोद और चोद आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्हआआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह आज से में सिर्फ तेरी हु जैसे चाहे चोद लेना जैसे चाहे इस्तेमाल करना तेरे इस लंड ने दीवाना बनाया है तेरा आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह मैं- ले साली और ले रीता- चोदो चोदो और रीता के पैर जोर जोर से कांपने लगे और उसने मुझे अपने ऊपर जोर से खिंच लिया और मुझे जोर से बाँहों में पकड़ लिया. में समज गया के ये अब झड़ने वाली है में फिर भी अपने लंड को जोर जोर से उसकी चुत में घुसता रहा में भी झड़ने के करीब आ गया था और २ ४ जोर से धक्के लगते ही रीता जोर से चिल्लाई रराहूउल आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह और उसने मुझे और जोर से पकड़ लिया मेरे पीठ पे अपने पैर लगा के मेरी कमर को भी पकड़ लिया.

लेकिन में अभी तक झाड़ा नहीं था इसलिए फिर भी में उसे छोड़ते जा रहा था और कुछ ही देर में एक बड़े से धक्के के बाद मेरे लंड से वीर्य का फव्वारा निकल गया जो सीधा उसकी बच्चेदानी से टकराया और एक के बाद एक ऐसे सात आठ फवारे छूठ गए और मैंने भी रीता को जोर से खिंच लिया और उसके ऊपर ऐसे ही लेटा रहा. कुछ देर बाद में उसे ऊपर से बड़े प्यार से देख रहा था वो भी मेरे चेहरे को हाथ में पकड़ी हुई मुझे किस कर रही थी. अब मेने उसे उलटी घुमा दिया और घोड़ी बना दिया पीछे से उसकी गांड देख के मेरा लंड फिर से अकड़ने लगा उसकी गांड भी बहोत गोरी थी और उस गांड के बिच में उसका वो भूरे कलर का उसकी गांड का छेद जिसके निचे उसकी चुदी हुई भीगी हुई चुत. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर।

ऐसा नजारा देखते ही मेरे मुँह में पानी आ गया और में पीछे से उसकी चुत चाटने लगा उसकी चुत चाटते हुए मेरी नाक उसकी गांड को छेद को छू रही थी उसकी गीली चुत का स्वाद कुछ अलग था पर वो चाटने में बहोत मजा आ रहा था रीता भी अपना एक हाथ पीछे करके अपनी गांड को फैला रही थी जिससे में उसकी चुत और अच्छे से चाट सकू रीता – आआह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्हह राहुल्ल्ल तुम्हे अच्छी लगती है मेरी चुत में – हां बहोत ज्यादा में तो इसे पूरा खा लू रीता – खा लो चाट लो पूरी आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह कुछ देर ऐसे ही उसकी चुत चाटने के बाद मेने पीछे से मेने उसकी कमर पकड़ ली और जोर से अपना लंड उसकी चुत में डाल दिया रीता- आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह डालो फाड़ो आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह उसके ऐसे चिल्लाने से मुझे और जोश आ गया और मेने उसके बाल पीछे से खींचते हुए उसे चोदना सुरु कर दिया मेरा पूरा लंड उसकी चुत की गहराईयों में घुस रहा था और उसे एक मीठा दर्द दिए जा रहा था मेरे हर एक धक्के पे उसके मुँह से आह निकल रही थी अपनी गांड पीछे धकेल धकेल के वो और मेरे लंड को अंदर लिए जा रही थी उसकी इस तरह से चुदाई से रीता की चुत पूरी लाल हो गई थी और वो काफी थकी हुई थी लेकिन फिर भी उसकी चुत की गर्मी से अपने आप को और छुड़वा रही थी.

मेने भी उसके नीच हाथ डाल के चुत को सहलाने लगा और दूसरे हाथ से उसके बाल खिंच के उसकी चुत में जोर से धक्के लगाने लगा मेरे ऐसा करने से वो फिरसे झड़ने के लिए तैयार हो गई और अपनी गांड को और ऊपर उठा उठा के छुड़वाने लगी में भी उसे अब बहोत जोर से धक्के लगाने लगा और कुछ ही धक्को में वापस रीता के पैर अकड़ने लगे और वो झड़ते हुए निचे बेड पर गिर गयी जिस से मेरा लंड उसकी चुत से अपने आप बाहर निकल गया. रीता की ये हालत देख के मुझे और भी ज्यादा कामुकता होने लगी थी रीता का चेहरा पूरा लाल हुआ था उसके बाल पुरे बिखर गए थे उसके बूब्स भी लाल हुए थे चुत उसके और मेरे रस से पूरी सन गई थी और लाल हो कर सूज भी गयी थी, वो ऐसे ही अपने पेट के बल लेटे हुए अपनी साँसों को कण्ट्रोल कर रही थी ये सब देख के में भी उसके ऊपर लेट गया और उसके गालो को चूमने लग गया. ऐसे पीछे से उसके ऊपर लेटने से मेरा लंड उसकी गांड को छू रहा था. दोस्तो आप पढ़ रहें हैं ” मेरे लंड पर उसका सारा बोझ ” हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक किस्सा की साइट पर।

मेने उसके गालो को चूमना सुरु कर दिया और धीरे से पीछे से उसके पैर फैला दिए रीता थकने के कारन अभी पुरे होश में नहीं थी इसलिए मेने पीछे से ही लेटे लेटे उसकी चुत में वापस लंड डाल दिया उसे अब बहोत दर्द होने लगा और वो कहने लगी रीता- नहीं राहूउल रुको अब नहीं प्लीज बहोत दर्द हो रहा है छोड़ो मैं बस उसकी बाते अनसुनी करके उसके पीछे से लेटे लेटे उसकी चुत में डालने लगा में भी अब झड़ने के करीब था इसलिए उसकी सारी बाते अनसुनी करके में उसे पीछे से जोर से चोदने लगा रीता – राहूउल नही छोड़ो आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह दर्द हो रहा है आआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह राहुल मैं उसके गलो को चूमते हुए वापस उसके बाल पकड़ लिए और पीछे से उसके बाल खींचते हुए लेटे लेटे उसे जोर से चोदने लगा अब में झड़ने वाला था मेने अपना लंड उसकी चुत से बाहर निकला और रीता का सीधी करके उसके नीचे लेट गया और उसे अपने पैरो के बीच में ले लिया .

ऐसा करते ही उसने झटसे अपना मुँह खोला और जोर जोरसे वो मेरे लंड को चूसने लगी और इस बार वो मेरा लंड पूरा अपने गले तक लेके चूसने लगी. उसके इस तरह से चूसने से मेरे लंड का फवारा छूठ गया और मेने रीता के बाल पकड़ के उसका पूरा मुँह मेरे लंड के ऊपर दबा दिया जिससे मेरा सारा वीर्य उसके गले में जाने लगा. ऐसा करने से रीता की आँखों से वापस आंसू आने लगे उसकी नाक लाल हो गई और उसकी साँसे फूलने लगी. मेरा सारा वीर्य उसके गले में निकलने के बाद मेने उसके बाल छोड़े उसने धीरे से अपने मुँह से मेरा लंड बाहर निकाला और मेरे वीर्य की एक बून्द भी न गिरते हुए पूरा लंड चाट लिया. उसके इस तरह चाटने से मुझे बहोत अच्छा लगा. और मेने उसे ऊपर खिंच के अपने सीने से लगा लिया .

हम दोनों का पूरा बदन पसीने से भीग गया था ऐसे एक दूसरे से लग के हम दोनों को कब नींद आ गयी पता ही नहीं चला . आगे की कहानी जल्दी ही पोस्ट करूँगा. अपनी राय आप मुझे मेल पर सेंड करे 2290rahul@gmail.com

फ्रेंड कामुक किस्सा मे आपको राहुल द्वारा लिखा कहानी कैसा लगा? दोस्तो आपको कमुकिस्सा की और भी मस्त चुदाई भरी यादें पढ़ना चाहिए। कॉलेज मे सीनियर दीदी के साथ चक्कर

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4 thoughts on “हिन्दी सेक्स स्टोरी कामुक लंड पर उसका सारा बोझ”

  1. Delhi me koi akeli ansatifaid hose waif riyal me friendship karogi hamse to coll Karo 83******71 my YEG 32 years keval dosti ke liye hi coll Karo jisko real me milna ho keval fimele

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  2. DELHI NCR SE KOI HAI
    auntie bhabhi girl divorce ya widow Lund chahti ho call me
    MUKESH DWIVEDI
    87******98 WHATSAPP
    AGE -24YEAR
    FROM DELHI
    JO BHI INTERESTED HO MASSAGE KARE CALL KARE

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